tag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post2338956801091523227..comments2023-06-25T16:37:31.828+05:30Comments on बाल-मंदिर: रमेश तैलंग के दो बालगीत डॉ. नागेश पांडेय संजयhttp://www.blogger.com/profile/02226625976659639261noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-22341781057551815492019-02-08T17:19:50.650+05:302019-02-08T17:19:50.650+05:30आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में"...<i><b> आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शनिवार 09 फरवरी 2019 को लिंक की जाएगी ....<a href="http://halchalwith5links.blogspot.in" rel="nofollow">http://halchalwith5links.blogspot.in </a>पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!</b></i>विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-47245659147478970482011-05-21T11:04:14.106+05:302011-05-21T11:04:14.106+05:30रमेश तैलंग जी हिंदी के समर्पित लेखक हैं . यहाँ उनक...रमेश तैलंग जी हिंदी के समर्पित लेखक हैं . यहाँ उनका रोचक और बेहद ही मजेदार गीत पढ़कर बहुत आनंद आया . धन्यवाद .बलरामhttps://www.blogger.com/profile/01376097560418309236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-49020071487796416932011-05-20T12:34:34.745+05:302011-05-20T12:34:34.745+05:30बहुत सुन्दर...बहुत सुन्दर...Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-10887009281128691492011-05-14T18:56:36.715+05:302011-05-14T18:56:36.715+05:30Prakash Manu ने आपकी पोस्ट " ताती ताती एक चपा...Prakash Manu ने आपकी पोस्ट " ताती ताती एक चपाती " पर एक टिप्पणी छोड़ी है: <br /><br />बहुत सुंदर बाल कविता और उतनी ही खूबसूरत प्रस्तुति भी। यह शानदार बिल्ली कहाँ से ढूँढ़ निकाली संजय। अलबत्ता जिसने भी ढूँढ़ी हो, उसे मेरी तरफ से एक टाफी जरूर खिलवा देना। रहा मेरा-तुम्हारा हिसाब सो चलता ररहेगा।<br />वाकई तुमने ठीक कहा, यह बेजोड़ कविता है। और कविता नहीं, कविता में जादू। रमेश तैलंग हमारे आज के दैौर के उन लेखकों में से हैं जिनसे नए ही नहीं, बरसों से लिख रहे पुराने लेखक भी बहुत कुछ सीख सकते हैं। प्यार और शुभकामनाएँ प्र.म.डॉ. नागेश पांडेय संजयhttps://www.blogger.com/profile/02226625976659639261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-36271984184168611202011-05-14T18:55:37.990+05:302011-05-14T18:55:37.990+05:30आदरणीय मनु भाई साहब , सादर आभार .
मैंने आपकी लम्बी...आदरणीय मनु भाई साहब , सादर आभार .<br />मैंने आपकी लम्बी टिप्पणी पढ़ी थी . यह कैसे हटी , समझ नहीं आता. फ़िलहाल अपने मेल बॉक्स से आपकी टिप्पणी को पुन प्रस्तुत कर रहा हूँ . <br />.... और अब अपना पास वर्ड भी बदल रहा हूँ .डॉ. नागेश पांडेय संजयhttps://www.blogger.com/profile/02226625976659639261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-55480190430156835202011-05-14T12:13:08.993+05:302011-05-14T12:13:08.993+05:30प्रिय नागेश, रमेश तैलंग की बड़ी सुंदर कविता ली है ...प्रिय नागेश, रमेश तैलंग की बड़ी सुंदर कविता ली है तुमने। मानो कविता में जादूगरी। इस पर लंबी टिप्पणी लिखी थी, जाने कहाँ गायब हो गई। कविता की प्रस्तुति भी इतनी ही सुंदर और नायाब है। बधाई। सस्नेह, प्र.म.Prakash Manu प्रकाश मनुhttps://www.blogger.com/profile/04172383673707393967noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-21560975247678437062011-05-13T22:15:20.565+05:302011-05-13T22:15:20.565+05:30अरे! रमेश तैलंग जी गणेश नगर में ही रहते हैं. .... ...अरे! रमेश तैलंग जी गणेश नगर में ही रहते हैं. .... मतलब घर के बिलकुल पास...प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00211742823973842751noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-26581958147383640092011-05-13T22:13:20.465+05:302011-05-13T22:13:20.465+05:30@ नागेश जी के ब्लॉग पर आने का प्रसाद चपाती जैसे मी...@ नागेश जी के ब्लॉग पर आने का प्रसाद चपाती जैसे मीठे गीत को पढ़कर मिलेगा सोचा न था... उनको मिले सम्मान और पुरुस्कारों की झड़ी देखी ... अद्भुत प्रतिभा पायी है नागेश जी ने ... अब सभी रचनाओं को पढ़ने का मन बना लिया है.. नेट कुछ समस्या कर रहा है. पढ़ना तो कुछ हद तक सहज है लेकिन लेखन में काफी समय लग रहा है...प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00211742823973842751noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-79521155989956657492011-05-12T23:59:13.729+05:302011-05-12T23:59:13.729+05:30बहुत सुंदर कविता ....बहुत सुंदर कविता .... Chaitanyaa Sharmahttps://www.blogger.com/profile/17454308722810077035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-21071685654749759532011-05-12T22:02:07.236+05:302011-05-12T22:02:07.236+05:30नागेश, इससे पहले वाली टिप्पणी में बाद की दो पंक्ति...नागेश, इससे पहले वाली टिप्पणी में बाद की दो पंक्तियाँ असंपादित छूट गई हैं। अगर संभव हो तो हटा देना। प्र,म.Prakash Manu प्रकाश मनुhttps://www.blogger.com/profile/04172383673707393967noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-64139449995042311642011-05-12T21:57:56.955+05:302011-05-12T21:57:56.955+05:30बहुत सुंदर बाल कविता और उतनी ही खूबसूरत प्रस्तुति ...बहुत सुंदर बाल कविता और उतनी ही खूबसूरत प्रस्तुति भी। यह शानदार बिल्ली कहाँ से ढूँढ़़ निकाली संजय। अलबत्ता जिसने भी ढूँढ़ी हो, उसे मेरी तरफ से एक टाफी जरूर खिलवा देना। रहा मेरा-तुम्हारा हिसाब सो चलता ररहेगा।<br />वाकई तुमने ठीक कहा, यह बेजोड़ कविता है। और कविता नहीं, कविता में जादू। रमेश तैलंग हमारे आज के दैौर के उन लेखकों में से हैं जिनसे नए ही नहीं, बरसों से लिख रहे पुराने लेखक भी बहुत कुछ सीख सकते हैं। प्यार और शुभकामनाएँ प्र.म.<br /><br />सेवक जी की कविता पर भभी टिप्पणई दी है मैैंने, जिसमेें कुछ बातोों की चरचचा है। मेरा वादा है कि kPrakash Manu प्रकाश मनुhttps://www.blogger.com/profile/04172383673707393967noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-70161949396017162562011-05-12T17:30:55.057+05:302011-05-12T17:30:55.057+05:30अले वाह, बहुत सलोना बाल-गीत..बधाई.
______________...अले वाह, बहुत सलोना बाल-गीत..बधाई. <br />_____________________________<br />पाखी की दुनिया : आकाशवाणी पर भी गूंजेगी पाखी की मासूम बातेंAkshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-56004111958265109992011-05-12T06:40:57.398+05:302011-05-12T06:40:57.398+05:30आदरणीय भाई साहब , यह कविता मुझे बहुत प्रिय है . .....आदरणीय भाई साहब , यह कविता मुझे बहुत प्रिय है . ... कह सकता हूँ कि बाल साहित्य की २५ श्रेष्ठ कविताओं में एक है यह . धन्यवाद,.डॉ. नागेश पांडेय संजयhttps://www.blogger.com/profile/02226625976659639261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4418903095572581782.post-63573201656362959592011-05-12T06:20:41.830+05:302011-05-12T06:20:41.830+05:30अच्छी बाल रचना.अच्छी बाल रचना.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com