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रविवार, 6 नवंबर 2011

लोरी : डा. गणेश दत्त सारस्वत

निन्ना  रानी
निन्ना  रानी आओ, 
सपनों को संग  लाओ.
बुला रही  है गुडिया,
आकर उसे सुलाओ.
गर्मी बहुत  सताती, 
रह रह कर जमुहाती.
आँखे भारी-भारी,
फिर भी नींद न आती.
आओ जल्दी आओ,
देरी नहीं लगाओ.
परियों से  मिलवाओ,
मीठी लोरी गाओ. 

डा. गणेश दत्त सारस्वत

जन्म : १० सितम्बर,1936 , बिसवां, सीतापुर  

शिक्षा : एम्. ए.(हिंदी), 
प्रकाशित कृतियाँ :
 जागो भैया, डाक्टर बाबा,खेलें खेल,करनी ठीक रखो, गुडिया हो गयी सयानी
 आदि बच्चों की कविता पुस्तकें   
आर.  एम्. पी. जी. कालेज , सीतापुर में हिंदी विभाग   के अध्यक्ष रहे. 
हिंदी सभा के माध्यम से बाल साहित्य को लेकर कई आयोजन किए.
 सीतापुर में आकस्मिक निधन 

5 टिप्‍पणियां:

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