बाल कविता :राम सिंह दोषी
बच्चों शिक्षा बहुत जरुरी ,
चाहे कितनी हो मज़बूरी .
ध्यान लगाकर पढो हमेशा ,
कभी न हो पढने से दूरी .
शिक्षा कभी न मिट सकती है ,
शिक्षा कभी न घट सकती है
राजा हो या चोर मगर यह ,
नहीं किसी से बँट सकती है .
बच्चों सदा परिश्रम से ही ,
अपना पंथ स्वयं ही गढ़ना .
शिक्षा के बल पर जीवन में ,
नित उन्नत चोटी पर चढ़ना .
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राम सिंह दोषी
जन्म :5 जुलाई ,1944 , जलालाबाद
सहायक पोस्टमास्टर पद से सेवा निवृत्त
संपर्क : सुभाष नगर , शाहजहांपुर
बहुत सुन्दर कविता..शिक्षा बहुत जरुरी है...
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