चंदा मामा सबके मामा
चंदा मामा सबके मामा ,
बाबा हो या पोता .
सारी रात यात्रा करते ,
जब जग होता सोता .
सबको दूध मलाई देते ,
कितनी उनके घर है ?
बाबा कहते उनके घर तो
अमृत का सागर है.
राम कुमार मिश्र ' मधुकर '
भक्ति साहित्य के समर्पित कवि
जन्म : ५ जनवरी, १९३६ ,अहिरवाडा, बीसलपुर, पीलीभीत
१७ पुस्तकें प्रकाशित.
बच्चों के लिए कविताओं का निरंतर प्रकाशन
एक पुस्तक बालगीत कुञ्ज प्रकाशित
मनीषिका कोलकाता , नागरी बाल साहित्य संस्थान , बलिया, बाल प्रहरी , अल्मोड़ा इत्यादि अनेक संस्थाओं से सम्मानित
संपर्क : ललित प्रकाशन, खलील शर्की, शाहजहांपुर (उ.प्र.)